लातेहार: भव्य सूर्य मंदिर निर्माण की रखी गयी आधारशिला, समिति के अध्यक्ष व उनके भाइयों ने दान की 17 डिसमिल जमीन
लातेहार : शहर के चाणक्यनगरी में औरंगा नदी के तट पर श्री सूर्य मंदिर निर्माण के लिए आज भूमि पूजन किया गया। मंदिर का निर्माण श्री सूर्यनारायण पूजा समिति, लातेहार द्वारा कराया जा रहा है।
इससे पहले समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में शहर के श्री वैष्णव दुर्गा मंदिर से बिहार के सूर्य मंदिर देव के तालाब से लाए गए पवित्र जल और मिट्टी के साथ शोभायात्रा निकाली गयी। शोभा यात्रा शहर के बाइपास चौक और रेलवे स्टेशन रोड से होते हुए औरंगा नदी के तट पर पहुंची। यहां वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी गयी।

इस अवसर पर मुख्य यजमान के रूप में महेन्द्र प्रसाद सिंह सप्तनिक उपस्थित थे। जबकि वैदिक मंत्रोच्चारण पंडित त्रिभुवन पांडेय ने किया।
मौके पर स्थानीय विधायक बैद्यनाथ राम, नगर पंचायत अध्यक्ष सीतामढ़ी तिर्की, नारद पांडे, सरयू प्रसाद सिंह, सेवानिवृत्त न्यायाधीश विनोद प्रसाद सिंह, वरिष्ठ अधिवक्ता राजमणि प्रसाद, राजधानी प्रसाद यादव, नारायण प्रसाद, सुबोध प्रसाद सिंह, अभिनंदन प्रसाद, निर्मल कुमार महलका, रामहरि उपस्थित थे. अवसर पर। प्रसाद, अयोध्या प्रसाद शौंडिक, बिगन प्रसाद, महेंद्र प्रसाद शोदिक, आशीष कुमार बाग, मृणाल कुंवर, सुदामा प्रसाद गुप्ता, आशीष टैगोर, लक्ष्मी प्रसाद, विजय प्रसाद गुप्ता, पंकज कुमार सिंह, अनिल कुमार सिंह, राजन तिवारी, मदन सिंह, राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, संतोष पासवान, दिनेश कुमार महालका, विष्णु देव प्रसाद, रोशन कुमार, गया प्रसाद, सुरेंद्र प्रसाद, आकाश जायसवाल, रवि प्रकाश द्विवेदी, रविंद्र प्रसाद, लाल बिहारी प्रसाद, मनीष दास, अनिल प्रसाद, राजू यादव, सुधीर प्रसाद समेत कई लोग उपस्थित थे।
20 डिसमिल भूमि में बनेगा सूर्य मंदिर
श्री सूर्यनारायण पूजा समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि कुल 20 डिसमिल भूमि में मंदिर का निर्माण होगा। जिसमें मंदिर निर्माण के लिए सावित्री कुंवर के पुत्र महेंद्र सिंह, सुरेंद्र प्रसाद सिंह और धर्मेंद्र सिंह द्वारा 17 डिसमिल भूमि दान की गई है। जबकि तीन डिसमिल भूमि पार्वती कुंवर व स्व. हरकेश यादव के वंशजों ने दान किया है।
उन्होंने बताया कि मंदिर के नीचे हॉल होगा। ऊपरी मंजिल में सात गुंबद होंगे। सबसे बड़े गुंबद की ऊंचाई 81 फीट होगी। मंदिर के निर्माण पर तीन करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। सिंह ने लोगों से तन, मन और धन से सहयोग करने की अपील की। उन्होंने बताया कि 11 हजार रुपये से अधिक का दान देने वाले दानदाताओं के नाम पट्टिका पर अंकित होंगे।