Breaking :
||धनबाद रेल मंडल में बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोग ज़िंदा जले, दो लातेहार व दो सतबरवा के सगे भाई शामिल||लातेहार: मनिका इलाके से TSPC के छह उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार||यात्रीगण कृपया ध्यान दें! बीडीएम सवारी गाड़ी के परिचालन पर फिर लगी रोक, 29 मई से शुरू होना था परिचालन, अब इस..||चतरा: TSPC के एरिया कमांडर समेत तीन उग्रवादी गिरफ्तार, विदेशी हथियार बरामद||पलामू: TSPC सुप्रीमो की पत्नी को लेवी के पैसे पहुंचाने जा रहे दो उग्रवादी गिरफ्तार||लातेहार: माओवादियों ने पुल निर्माण स्थल पर मचाया उत्पात, एक पोकलेन और चार ट्रैक्टरों में लगा दी आग||पलामू: बैंक में पैसा जमा करने जा रहे युवक से बदमाशों ने लूट लिये 63 हजार||पलामू: प्रेम प्रसंग में नाबालिग छात्रा हुई गर्भवती, गर्भपात की दवा खाने पर बिगड़ी हालत||आशुतोष कुमार लातेहार और बबलू कुमार बने चंदवा के थाना प्रभारी||पलामू में आर्केस्ट्रा के दौरान जमकर मारपीट, उप मुखिया ने भाजपा नेता सहित चार को दांतों से काटकर किया घायल

मनिका: परहिया टोला के आदिम जनजाति परिवार नदी का दूषित पानी पीने को विवश, चापाकल और जल मीनार बना हाथी का दांत

कौशल किशोर पांडेय/मनिका

दो किमी दूर नदी से पानी लाकर बुझाते हैं प्यास

लातेहार : सरकार एक तरफ नल जल योजना के तहत हर घर में पीने का पानी पहुंचाने का काम कर रही है वहीं मनिका प्रखंड के कोपे पंचायत के सेमरी गांव के परहिया टोला आदिम जनजाति के लोग आज भी नदी का पानी पीने को विवश हैं। गांव के लोग दो किलोमीटर दूर नदी से पानी लाकर पीते हैं। इस गांव की आदिम जनजाति के लोग आज भी पानी की सुविधा से पूरी तरह महरूम हैं इस गांव में आदिम जनजाति के करीब 10 घर हैं जिनमें करीब 50 लोग रहते हैं।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

ग्रामीण सविता देवी, नामधारी परहिया, सुरेंद्र परिया ने बताया कि वे दो किलोमीटर दूर जाकर नदी का पानी पीते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि यहां एक हैंडपंप भी था, वह भी कई माह से खराब पड़ा हुआ है। ग्रामीणों ने बताया कि एक जल मीनार भी लगायी गयी है। लेकिन वह कामयाब नहीं हो सका। कई बार इस संबंध में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी गुहार लगा चुके हैं। लेकिन किसी ने नहीं सुनी। सबसे अहम खबर यह है कि उस गांव की आदिम जनजाति के लोगों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है।

क्या कहते हैं बीडीओ

इस संबंध में बीडीओ बीरेंद्र किंडो ने कहा कि मामला उनके संज्ञान में आया है। पेयजल विभाग को अवगत कराया जाएगा और बहुत जल्द पानी की व्यवस्था कर दी जायेगी।

क्या कहना है पीएचईडी के जेई का

पीएचईडी के जेई सतीश कुमार ने कहा कि मुझे जानकारी नहीं थी। कल उस गांव में जाकर पीने के पानी की व्यवस्था के लिए चापाकल ठीक करवाऊंगा।