Breaking :
||लातेहार: घर में घुसकर नाबालिग लड़की से जबरन दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार||लोहरदगा: माओवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन को फूंका, जांच में जुटी पुलिस||पलामू: नाबालिग बनी मां, स्वस्थ्य बच्ची को दिया जन्म, 46 वर्षीय पड़ोसी ने किया था दुष्कर्म||पलामू: जमीन विवाद में कलयुगी बेटे ने की पिता की हत्या, फरार||नाबालिग हिंदू लड़की को अमित बनकर प्रेमजाल में फंसाया, दो बार हुई गर्भवती||लातेहार: नहीं रहे पत्रकार मित्र कौशल किशोर पांडेय, सड़क हादसे में गयी जान||बड़ा रेल हादसा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 50 यात्रियों की मौत, 350 से अधिक घायल||पलामू: सतबरवा SBI शाखा में महिला से रुपये उड़ाने वाले संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर आयी सामने, सहयोग की अपील||गुमला: मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी माओवादी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी||लातेहार: बालूमाथ में यात्री बस डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त, महिला समेत दो की मौत

प्रसव के बाद महिला की मौत का मामला, परिजनों के हंगामें के बाद 3 डॉक्टर समेत कई स्वास्थ्य कर्मियों पर मामला दर्ज

पलामू : मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के मेडिकल स्टाफ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। 27 अप्रैल को मेडिकल कॉलेज में प्रसव के बाद महिला की मौत के बाद परिजनों व ग्रामीणों ने हंगामा किया। जिसके बाद मेदिनीनगर टाउन थाने में गायनी वार्ड के तीन डॉक्टरों, नर्सों समेत कई स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ शिकायत की गई थी।

सभी के खिलाफ मेदिनीनगर टाउन थाने में आईपीसी की धारा 4/5 304ए के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है। सभी पर इलाज के दौरान लापरवाही का आरोप है।

मृतक अंजलि देवी के पति विनोद चौरसिया की अर्जी के आधार पर सभी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। प्राथमिकी के बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

डॉ विजेता, डॉ प्रीति, डॉ आकाश, जीएनएम सत्यवादा, एनएम सीमा कुमारी, ओटी सहायक रानी, ​​दाई ज्योति कुमारी और जीएनएम कुसुम सांगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। 26 अप्रैल को अंजलि देवी को प्रसव के लिए मेदिनराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

क्या है पूरा मामला

मालूम हो कि लातेहार जिले के मनिका के विनोद चौरसिया की पत्नी अंजलि देवी को 26 अप्रैल की देर रात प्रसव के लिए मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने मंगलवार सुबह छोटा ऑपरेशन के जरिए उसका प्रसव कराया। अंजलि देवी ने एक बच्चे को जन्म दिया।

बताया जाता है कि डिलीवरी के बाद तेजी से ब्लीडिंग होने लगी। डॉक्टरों ने महिला के परिजनों से खून की व्यवस्था करने को कहा था। दो यूनिट रक्त भी दिया गया, लेकिन अत्यधिक रक्तस्राव के कारण महिला की हालत बिगड़ने लगी। महिला की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रांची रेफर कर दिया। रांची जाते समय रास्ते में ही महिला की मौत हो गई।

मौत के बाद परिजनों ने हंगामा किया। स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर परिजन धरने पर बैठ गए। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे मामले में अलग से जांच टीम का गठन किया है। जबकि शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड ने किया।