लातेहार: नेतरहाट में दो दिनों से 14 हाथियों का झुंड मचा रहा उत्पात, एक रात में तोड़े 11 घर
mahuadanr news today
सोनू खान/महुआडांड़
लातेहार : जिले के नेतरहाट वन प्रक्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात चरम पर है। सोमवार की रात जंगली हाथियों के समूह ने नेतरहाट पंचायत अंतर्गत ग्राम हुसंब एवं ढोड़ीकोना में जमकर उत्पाद मचाया। दोनों गांव में 11 घरों को हाथियों ने धवस्त कर दिया।
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रात लगभग 10 बजे ढोड़ीकोना गांव में 14 हाथियों के झुंड ने सुजीत आईद, मदन असुर, किशुन असुर, मंजू असुर का घर तोड़ा आनाज को खाकर बर्बाद भी किये। फिर हुसंब गांव में हाथियों ने सुप्रेल लकड़ा, जेइबेल लकड़ा, जेरमेना देवी, लाजरूस लकड़ा, प्रदीप लकड़ा, जमेदार नगेसिया एवं सुशील लकड़ा के घर धवस्त किये एवं आनाज समेत कपड़े, किताब अन्य सामान को बर्बाद कर दिया।

नेतरहाट क्षेत्र में ग्रामीण जंगली हाथियों के उत्पाद से काफी भयभीत और परेशान है। दोनों गावों के लगभग 600 परिवार रतजगा कर रहे हैं।
बता दें कि 13 जनवरी की रात हाथियों द्वारा महुआडांड़ वन प्रक्षेत्र अंतर्गत मेढ़ारी पीएफ क्षेत्र के साधु बिरजिया के घर एवं लोध पीएफ क्षेत्र अंतर्गत ग्राम मिर्गी में जगेश्वर नागेसिया व बोनीपास मिंज का घर धवस्त किया गया था। 15 जनवरी को वन प्रक्षेत्र पीएफ पकरीपाठ के हुरमुण्डा टोली गांव में संजय लकड़ा, विमल बेंग, सुरेन्द्र बेंग का घर धवस्त कर रखे अनाज चटकर बर्बाद कर दिया था।
हाथियों को भगाने के नाम पर नेतरहाट रोड में गाड़ियों से अवैध वसूली
जंगली हाथियों को भगाने के नाम पर कुछ ग्रामीण द्वारा मंगलवार नेतरहाट-रांची रोड के टूटूवापानी व चोरमुण्डा मोड़ के पास आने जाने वाले वाहनो को रोक अवैध रूप से पैसा भी वसूला जा रहा हैं।
इस संबंध में वनपाल अजय टोप्पो ने कहां हाथियों को भगाने के लिए वन विभाग की टीम को जंगल में भेज दिया गया है, साथ ही वन समिति सदस्य भी लगे हुए है। विभाग द्वारा मिट्टी तेल सहित कई अन्य जरूरी समान ग्रामीणों को उपलब्ध कराया जा रहा है। रात दिन वन विभाग की टीम हाथियों को जंगल की ओर भगाने में लगी हुई है।
वन विभाग हाथियों को भगाने में असफल : नेतरहाट मुखिया
इस संबंध में नेतरहाट पंचायत मुखिया रामबिशुन नगेसिया ने बताया कि हाथियों को भगाने में वन विभाग असफल नजर आ रही है। पर्याप्त कोशिश नही की जा रही है। नेतरहाट के ग्रामीण दहशत में रतजगा कर रहें है। मेरे द्वारा हुसंबू और ढोड़ीकोना गांव का दौरा किया गया, तो ग्रामीणों ने बताया कि वन विभाग का कोई भी अधिकारी पीड़ित परिवारों से मिलने नही पहुंचा है। हाथियों द्वारा लगातार घर और आनाज को बर्बाद करने के बाद लोगों के पास खाने के लिए भी कुछ नही बचा है।
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