शिक्षकों की कमी: सरकारी विद्यालय में निजी खर्च पर शिक्षक बहाल करने का ग्रामीणों ने लिया निर्णय
Latehar govt school teacher shortage
संजय राम/बारियातू
लातेहार : बरियातू प्रखंड अंतर्गत फुलसू पंचायत के राजकीय मध्य विद्यालय करमा में शिक्षकों की कमी को देखते हुए अभिभावकों व ग्रामीणों ने बैठक कर 2 शिक्षकों को निजी खर्च पर रखने पर सहमति जताई।
बैठक में विद्यालय अभिभावक सह प्रबंधन समिति के अध्यक्ष विजय गंझू, वीरेंद्र प्रसाद केशरी, योगेंद्र गंझू, संतोष प्रसाद केशरी, संजीत कुमार सिंह, सुरेश प्रसाद केशरी, रामजीत सिंह, धर्मदेव गंझू, हीरालाल गंझू, सरिता देवी, मीना देवी, जमुनी देवी, कविता देवी, सविता देवी, मीना देवी, बुधनी देवी, संगीता देवी सहित अन्य ग्रामीण महिला पुरुष उपस्थित थे।
बैठक में अध्यक्ष विजय गंझू ने बताया कि करमा विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक की पढ़ाई होती है. स्कूल में प्रधानाध्यापक जनार्दन पासवान व सहायक शिक्षक संतोष राम सिर्फ दो ही शिक्षक कार्यरत हैं। जिसमें प्रधानाध्यापक ऑफिस के कार्यों में व्यस्त रहते हैं। ऐसे में एक शिक्षक के भरोसे स्कूल चल रहा है।
साथ ही पिछले दो साल से वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते स्कूल पूरी तरह बंद रहने से बच्चों की पढ़ाई पर विपरीत असर पड़ा है। बच्चों की शिक्षा गुणवत्तापूर्ण रहे और बच्चों का भविष्य उज्ज्वल रहे, इसके लिए अभिभावकों ने दो शिक्षकों कंचन देवी और कंचन पाठक को पांच हजार रुपये प्रति माह की दर से शिक्षण कार्य के लिए स्कूल में निजी खर्च पर रखने पर सहमति जताई।
दोनों शिक्षकों के खर्चे को पूरा करने के लिए प्रति माह 100 रुपये प्रति बच्चा सहयोग शुल्क राशि इकठ्ठा कर दिए जाएंगे।। स्कूल के अभिभावक और ग्रामीणों ने चतरा के सांसद, क्षेत्रीय विधायक, जिले के उपायुक्त और जिला शिक्षा पदाधिकारी से कक्षावार शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है कि विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक में कुल 125 विद्यार्थी नामांकित हैं।

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