Breaking :
||लातेहार: नहीं रहे पत्रकार मित्र कौशल किशोर पांडेय, सड़क हादसे में गयी जान||बड़ा रेल हादसा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 50 यात्रियों की मौत, 350 से अधिक घायल||पलामू: सतबरवा SBI शाखा में महिला से रुपये उड़ाने वाले संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर आयी सामने, सहयोग की अपील||गुमला: मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी माओवादी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी||लातेहार: बालूमाथ में यात्री बस डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त, महिला समेत दो की मौत||JOB: लातेहार जिले में विशेष भर्ती कैंप का आयोजन, 450 पदों पर प्रशिक्षण के बाद होगी सीधी नियुक्ति||गुमला: शादी समारोह में शामिल होने आयी नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म||लातेहार: चंदवा में फंदे से लटका मिला नवविवाहित जोड़े का शव, एक माह पहले किया था प्रेम विवाह, दो दिन पहले प्रेमी के भाई ने भी कर ली थी ख़ुदकुशी||पलामू: पेड़ से लटका मिला नवविवाहित का शव, दो माह पहले किया था अंतर्जातीय प्रेम विवाह, लातेहार में है मायका||गुमला: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया दो लाख का इनामी माओवादी राजेश उरांव

कोविड वैक्सीन कार्ड बनाने के नाम पर साइबर अपराधियों ने ग्रामीण युवक के खाते से उड़ाए 90 हजार रुपये, थाना ने आवेदन लेने से किया इनकार

लातेहार : हेरहंज थाना क्षेत्र के लावागड़ा गांव निवासी अरविंद उरांव के खाते से आज साइबर अपराधियों ने कोविड वैक्सीन कार्ड बनवाने के नाम पर 90 हजार रुपये की ठगी की। इस मामले को लेकर जब पीड़ित युवक शिकायत लेकर थाने गया तो मौके पर बैठे अधिकारी ने आवेदन लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद युवक मायूस होकर अपने गांव लौट गया।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

पीड़ित अरविंद उरांव पिता नागेश्वर उरांव ने बताया कि मेरे मोबाइल नंबर 9334899168 पर 6297081 456 से फोन आया और बताया गया कि आपकी कोविड-19 की खुराक पूरी हो गई है। मैं सदर अस्पताल से बोल रहा हूं। खुराक पूरी होने के बाद भी अभी तक आपका वैक्सीन कार्ड नहीं बना है। आगे कहा कि आपके मोबाइल पर एक ओटीपी नंबर आया है, आप मुझे वो ओटीपी नंबर बताओ।

लातेहार की ताज़ा ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

मैंने बिना कुछ समझे उसे ओटीपी नंबर बता दिया। जिसके बाद मेरे मोबाइल नंबर 9334899168 एयरटेल पेमेंट बैंक अकाउंट से 88 हजार रुपये कट गए। उसके कुछ देर बाद उसी खाते से 1198 रुपये कट गए। इसके बाद मुझे समझ आया कि मैं साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया हूं।

युवक ने बताया कि इस बात की शिकायत लेकर जब मैं हेरहंज थाने में गया तो ड्यूटी पर तैनात अधिकारी ने मेरा आवेदन लेने से मना कर दिया। जिसके बाद मैं वापस घर लौट गया। ठगी के शिकार युवक ने पुलिस प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।