Breaking :
||मुख्यमंत्री ने पलामू में 75 योजनाओं की रखी आधारशिला, 113 योजनाओं का किया उद्घाटन, करोड़ों रुपये की बांटी परिसंपत्ति||BSF के स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए केंद्रीय गृह मंत्री, कहा- देश जल्द होगा वामपंथी उग्रवाद से पूरी तरह मुक्त||लातेहार में फूड प्वाइजनिंग: चावल में गिरी थी छिपकली, खाने से एक ही परिवार के 10 लोग बीमार||लातेहार: अनियंत्रित बोलेरो पेड़ से टकरायी, एक घायल, गंभीर हालत में रिम्स रेफर||मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मिले पलामू जिला के सरकारी कर्मचारी, पुरानी पेंशन योजना लागू करने के लिए जताया आभार||मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे पलामू, डीसी व एसपी ने किया स्वागत||लातेहार: बालूमाथ में आयुष्मान मेला के नाम पर खानापूर्ति, एमबीबीएस डॉक्टर रहे गायब||लातेहार: बालूमाथ में मानवता हुई शर्मसार, अवैध संबंध से जन्मे नवजात को परिजनों ने झाड़ी में फेंका||गढ़वा में आयोजित सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा- झारखंड के नवनिर्माण के लिए पूरी ताकत के साथ काम कर रही राज्य सरकार||लातेहार: बालूमाथ में बालश्रम के खिलाफ चलाया गया अभियान, तीन बालश्रमिकों को कराया मुक्त
Saturday, December 2, 2023
गारूलातेहार

महापर्व छठ की तैयारी शुरू, पंचायत समिति सदस्य के सौजन्य से शुरू हुई घाट की सफाई

गोपी कुमार सिंह/गारू

लातेहार : छठ पूजा को कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में घाटों की सफाई का काम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में गारू की कोयल नदी पर बन रही पानी की टंकी के पास छठ घाट बनाया जा रहा है। जिसकी सफाई की शुरुआत धांगरटोला पंचायत समिति सदस्य बरखा कुमारी के सौजन्य से कराया जा रहा है।

बता दें कि आज यानी गुरुवार को बरखा कुमारी के सहयोग से जेसीबी मशीन लगाकर घाट की सफाई करायी गयी है। पिछले साल की तुलना में इस साल छठ घाट के स्थल में बदलाव किया गया है।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

इस संबंध में पंचायत समिति सदस्य बरखा कुमारी ने कहा कि छठ भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए इस बार निर्माणाधीन पानी टंकी के पास छठ घाट के लिए स्थल का चयन किया गया है। जिसकी सफाई आज से शुरू कर दी गयी है। छठ व्रतियों की संख्या का अनुमान लगाना कठिन है।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

हालांकि इस बार छठ घाट के लिए कोयल नदी के आसपास इसके अलावा और कोई जगह किसी ने सुझाई नहीं है। इधर छठ में मिट्टी के चूल्हे बनाने का भी बहुत महत्व है। ऐसे में पवित्र मिट्टी को इकट्ठा कर चूल्हे बनाने का काम भी शुरू हो गया है।