मनमानी : शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ हो रहा खिलवाड़, सप्ताह में दो-तीन दिन खुलता है विद्यालय
रामकुमार/लातेहार
लातेहार : सरयू प्रखंड अंतर्गत गोताग गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा मनमानी की जा रही है, दो दर्जन से अधिक छोटे बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। गोताग गांव का सरकारी स्कूल सप्ताह में 2 से 3 दिन मनमाने ढंग से खोला जा रहा है। जिसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
महुआ चुन रहे बच्चे
विद्यालय बंद रहने के कारण बच्चे पढ़ाई लिखाई छोड़ दिन भर महुआ चुनते हैं। विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र, प्रवीण उरांव, आनंद उरांव, आशिका कुमारी, अमित उरांव, सुभाष उरांव, अनिता कुमारी, चांदनी कुमारी, पुष्पा कुमारी, बादल उरांव, समेत अन्य छात्रों ने बताया कि प्रधानाध्यापक उमेश दास सप्ताह में 2 से 3 दिन स्कूल आते हैं और अपना अटेंडेंस बनाकर चलें जाते हैं। न तो हम विद्यालय में ठीक से पढ़ते हैं और न ही हमें खाना मिलता है।
कार्रवाई की मांग
बच्चों ने बताया कि विद्यालय में शिक्षक के नहीं आने से उनकी पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित है। कहा कि उचित शिक्षा नहीं मिलने से उनका भविष्य खराब हो रहा है। छात्रों ने गोताग गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में सही शिक्षा प्रदान करने के लिए डीसी व जिला शिक्षा अधीक्षक से मदद की गुहार लगाते हुए मनमानी करने वाले शिक्षक पर करवाई करने की मांग की है।

सरकार का सपना अधूरा
एक तरफ विद्यालय चलो अभियान के तहत प्राथमिक विद्यालय में शत-प्रतिशत नामांकन कराने की बात कही जा रही है। ताकि छोटे बच्चे खासकर आदिवासी किसान एवं गरीब परिवार के बच्चे शिक्षा से वंचित न रहे, लेकिन यहां तो शिक्षा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति किया जा रहा है। ग्रामीणों की माने तो यहां पर विद्यालय आने का शिक्षक के लिए कोई रूल नहीं होता है। यहां विद्यालय अध्यापक अपनी मर्जी से आते हैं और अपनी मर्जी से चले जाते हैं।
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