Breaking :
||लातेहार: चेक बाउंस के मामले में महिला को एक वर्ष कारावास व हर्जाने की सजा||बिना हेलमेट गाड़ी चलाते पकड़े जाने पर नहीं चलेगी किसी की पैरवी, नियम सभी के लिए समान : एसपी||बिहार के तीन साइबर अपराधी लातेहार से गिरफ्तार, चला रहे थे ठगी की दूकान||कांग्रेस सांसद धीरज साहू के ठिकानों पर नोटों की गिनती अभी भी जारी, आंकड़ा 500 करोड़ के पार, देखिये कैसे हो रही है गिनती||सस्पेंस खत्म मोहन यादव होंगे मध्य प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री||ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को फिर पूछताछ के लिए बुलाया, छठी बार समन जारी||गरीबों को लूटकर पैसा जमा करने वालों से पाई-पाई वसूलने की मोदी की गारंटी : बाबूलाल मरांडी||पलामू में पुलिसकर्मियों को रौंदने का प्रयास, आरोपी चालक गिरफ्तार||‘धरती के धन कुबेर’ कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू के ठिकानों से 3 सौ करोड़ रुपये बरामद, तीसरे दिन भी आईटी की छापेमारी, देखें वीडियो||तेतरियाखाड़ कोलियरी में PNMPL कंपनी के खिलाफ भूख हड़ताल पर बैठे मजदूर नेता की तबियत बिगड़ी
Monday, December 11, 2023
बालूमाथलातेहार

प्रबंधन से नाराज विस्थापितों ने विभिन्न मांगों को लेकर कोलियरी के कार्यों को कराया ठप

शशि भूषण गुप्ता/बालूमाथ

लातेहार : रविवार को सीसीएल की मगध संघमित्रा एरिया द्वारा संचालित आरा चमातू कोलियरी से विस्थापित हुए ग्रामीणों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कोलियरी के सारे कार्यों को ठप करा दिया।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

इस दौरान ग्रामीणों ने प्रखंड प्रमुख ममता देवी के नेतृत्व में कोलियरी के सभी कांटा घरों के साथ-साथ कार्यालय और रेडी कंपनी के कार्यालय के सभी कार्यों को बंद कराया गया। इस दौरान पंचायत के मुखिया प्रमेश्वर उरांव विस्थापित नेता ईश्वर साहू, हरी साहू, रवि प्रकाश, राकेश सिंह, कल्लू खान समेत कई लोगों ने सक्रिय भूमिका निभाई।

ग्रामीणों का आरोप था कि सीसीएल के कोलियरी खुले कई वर्ष हो गए लेकिन यहां के लोगों को मूलभूत सुविधाएं भी प्रदान नहीं की गई है। जिस कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जिस तरह से सीसीएल प्रबंधन ने क्षेत्र के लोगों से वादा किया था। उसका अनुपालन उनके द्वारा नहीं किया जा रहा है। यहां के लोग बेरोजगार घूम रहे हैं वही प्रबंधन द्वारा अभी तक नौकरी और मुआवजा सही ढंग से लोगों को नहीं दिया गया है। स्थानीय लोग बेरोजगारी का आलम झेल रहे हैं।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

मौके पर कई ग्रामीणों ने कहा कि क्षेत्र के ग्रामीण अपनी जायज मांगों को लेकर सीसीएल प्रबंधन से कई बार मुलाकात कर समस्या समाधान का मांग किया। लेकिन उनके द्वारा समाधान नहीं किया गया। ज्यादा दबाव देने पर उनके द्वारा ग्रामीणों को झूठे मुकदमे में फसा दिया गया।

ग्रामीणों का आरोप है कि सीसीएल प्रबंधन स्थानीय बिचौलियों की मिलीभगत से अवैध कोयला तस्करी के साथ-साथ अपनी मनमानी पर अड़ी हुई है। जिस कारण ग्रामीणों की समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। अगर यही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में कोलियरी को काफी दिनों तक बंद कराने के लिए ग्रामीण बाध्य हो जाएंगे। वही संवाद प्रेषण तक ग्रामीणों से वार्ता के लिए कोई भी सीसीएल अधिकारी और प्रशासनिक पदाधिकारी नहीं पहुंचे हैं। जिस कारण कोलियरी से कोयले का परिवहन उत्पादन के साथ-साथ अन्य कार्य बंद हो गए है।