Breaking :
||लातेहार: घर में घुसकर नाबालिग लड़की से जबरन दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार||लोहरदगा: माओवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन को फूंका, जांच में जुटी पुलिस||पलामू: नाबालिग बनी मां, स्वस्थ्य बच्ची को दिया जन्म, 46 वर्षीय पड़ोसी ने किया था दुष्कर्म||पलामू: जमीन विवाद में कलयुगी बेटे ने की पिता की हत्या, फरार||नाबालिग हिंदू लड़की को अमित बनकर प्रेमजाल में फंसाया, दो बार हुई गर्भवती||लातेहार: नहीं रहे पत्रकार मित्र कौशल किशोर पांडेय, सड़क हादसे में गयी जान||बड़ा रेल हादसा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 50 यात्रियों की मौत, 350 से अधिक घायल||पलामू: सतबरवा SBI शाखा में महिला से रुपये उड़ाने वाले संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर आयी सामने, सहयोग की अपील||गुमला: मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी माओवादी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी||लातेहार: बालूमाथ में यात्री बस डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त, महिला समेत दो की मौत

निलंबित कांग्रेस विधायकों को स्पीकर का नोटिस, शिल्पी नेहा तिर्की, अनूप सिंह और भूषण बड़ा की शिकायत पर पार्टी ने की है कार्रवाई की मांग

रांची : झारखंड में जारी राजनीतिक उठापटक के बीच कांग्रेस ने पार्टी विरोधी कार्य में शामिल तीन निलंबित विधायक इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाडी और राजेश कच्छप पर स्पीकर ट्रिब्यूनल में शिकायत दर्ज कराई है।

स्पीकर ने उन्हें नोटिस भेजा है। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने तीनों विधायकों पर दलबदल का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

रांची की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

जानकारी के मुताबिक स्पीकर ट्रिब्यूनल ने तीनों विधायकों को नोटिस जारी किया है। उन्हें एक सितंबर तक अपना पक्ष रखने को कहा गया है। जमानत मिलने के बाद तीनों विधायक कोलकाता में हैं। कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की, अनूप सिंह और भूषण बड़ा की शिकायत पर कार्रवाई की मांग की गई है।

शिकायत करने वाले विधायकों के अनुसार, तीन निलंबित विधायकों को भाजपा में शामिल होने के लिए 10 करोड़ रुपये और एक मंत्री पद की पेशकश की गई थी। इससे पहले पार्टी ने तीनों विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किये गया था।

आपको बता दें कि बीते दिनों तीनों विधायक हावड़ा में पकड़े गए थे और उनके पास से 49 लाख रुपये नकद बरामद हुए थे। कोलकाता सीआईडी ​​पूरे मामले की जांच कर रही है। हाल ही में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद इरफान अंसारी और राजेश कच्छप ने खुद को कांग्रेस का वफादार सिपाही बताते हुए खुद को साजिश में फंसाने का आरोप लगाया था।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

कांग्रेस के इस कदम से साफ हो गया है कि मौजूदा राजनीतिक हालात में सभी विधायकों को यह बताने की कोशिश की जा रही है कि अगर पार्टी के फैसले के खिलाफ जाते हैं तो बड़ी कार्रवाई हो सकती है।