Breaking :
||लातेहार: नहीं रहे पत्रकार मित्र कौशल किशोर पांडेय, सड़क हादसे में गयी जान||बड़ा रेल हादसा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 50 यात्रियों की मौत, 350 से अधिक घायल||पलामू: सतबरवा SBI शाखा में महिला से रुपये उड़ाने वाले संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर आयी सामने, सहयोग की अपील||गुमला: मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी माओवादी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी||लातेहार: बालूमाथ में यात्री बस डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त, महिला समेत दो की मौत||JOB: लातेहार जिले में विशेष भर्ती कैंप का आयोजन, 450 पदों पर प्रशिक्षण के बाद होगी सीधी नियुक्ति||गुमला: शादी समारोह में शामिल होने आयी नाबालिग छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म||लातेहार: चंदवा में फंदे से लटका मिला नवविवाहित जोड़े का शव, एक माह पहले किया था प्रेम विवाह, दो दिन पहले प्रेमी के भाई ने भी कर ली थी ख़ुदकुशी||पलामू: पेड़ से लटका मिला नवविवाहित का शव, दो माह पहले किया था अंतर्जातीय प्रेम विवाह, लातेहार में है मायका||गुमला: सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया दो लाख का इनामी माओवादी राजेश उरांव

नक्सलियों के गढ़ बूढ़ा पहाड़ पर सुरक्षाबलों ने बनाया हेलीपैड, सप्लाई चेन बाधित

झारखंड पुलिस ने छत्तीसगढ़ की सीमा से महज डेढ़ किलोमीटर पहले नक्सलियों के गढ़ बूढ़ा पहाड़ पर सुरक्षाबलों के बहराटोली कैंप के पास एक हेलीपैड बनाया है, जहां पुलिस को उतारने, ले जाने, बचाने और उन्हें जिन वस्तुओं की आवश्यकता है उसे पहुंचाने में मदद करती है। इस कैंप से डेढ़ किलोमीटर दूर पुंदाग है, जहां से छत्तीसगढ़ की सीमा मिलती है।

झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के जवान छत्तीसगढ़ की सीमा के पास नक्सलियों के खिलाफ अभियान चला रहे हैं. सीआरपीएफ, गढ़वा पुलिस और झारखंड जगुआर की स्मॉल एक्शन टीम के जवान यहां के सुरक्षा कैंप में ऑपरेशन में जुटे हैं। पुलिस को जानकारी है कि झारखंड के बूढ़ा पहाड़ में ऑपरेशन तेज होते ही नक्सली छत्तीसगढ़ की सीमा में घुस जाते हैं। ऑपरेशन धीमा होने पर नक्सली फिर झारखंड आ जाते हैं।

झारखंड पुलिस ने हाल ही में कुल्ही में बूढ़ा पहाड़ पर एक और कैंप बनाया है। इस कैंप के बनने से नक्सलियों तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति बाधित हो जाएगी। झारखंड पुलिस की इस मुहिम के पीछे और सुरक्षाबलों के कैंप की लोकेशन बदलने का मकसद नक्सलियों की सप्लाई चेन को बाधित करना है।

झारखंड पुलिस को जानकारी है कि बूढ़ा पहाड़ क्षेत्र में अब छोटे-छोटे नक्सली ही बचे हैं। एक बड़ा नक्सली रिजनल कमांडर रवींद्र गंझू है, जो लातेहार, लोहरदगा आदि क्षेत्र में सक्रिय है और बूढ़ा पहाड़ में भी शरण लेता है। पुलिस को उम्मीद है कि रवींद्र गंझू के दस्ते पर कार्रवाई के बाद पूरा इलाका लगभग शांत हो जाएगा, जिसकी घेराबंदी जारी है।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें

बूढ़ा पहाड़ पर हेलीपैड