Breaking :
||पलामू : सतबरवा SBI शाखा में पैसे जमा कराने आयी महिला से अपराधियों ने उड़ाए 84 हजार रुपये, घटना सीसीटीवी में कैद||लातेहार: ट्रक और पिकअप की भीषण टक्कर में चार घायल, तीन रिम्स रेफर, हालत नाजुक||झारखंड: कैबिनेट की बैठक में 39 प्रस्तावों को मिली मंजूरी, जिला परिषद और ग्राम पंचायत सदस्यों के मानदेय में वृद्धि||चतरा: रेल निर्माण कार्य में लगे पोकलेन मशीन को उग्रवादियों ने फूंका, पर्चा छोड़ कर दी चेतावनी||PLFI सुप्रीमो दिनेश गोप की निशानदेही पर लातेहार से खरीदा जिप्सी जमीन के अंदर से बरामद||पलामू: सतबरवा में सौ रुपए के लिए पति-पत्नी आपस में भिड़े, फायरिंग में भतीजी की गयी जान||धनबाद रेल मंडल में बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोग ज़िंदा जले, दो लातेहार व दो सतबरवा के सगे भाई शामिल||लातेहार: मनिका इलाके से TSPC के छह उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार||यात्रीगण कृपया ध्यान दें! बीडीएम सवारी गाड़ी के परिचालन पर फिर लगी रोक, 29 मई से शुरू होना था परिचालन, अब इस..||चतरा: TSPC के एरिया कमांडर समेत तीन उग्रवादी गिरफ्तार, विदेशी हथियार बरामद

कुख्यात मानव तस्कर महिला ने किया सरेंडर, एक लाख था इनाम

रांची : कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो की पत्नी सुनीता देवी ने सोमवार को एनआईए अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट ने सरेंडर करने के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सुनीता को एनआईए ने वांछित घोषित किया था। उस पर एक लाख का इनाम रखा था। राज्य में यह पहला मौका है जब मानव तस्कर के लिए ईनाम की घोषणा की गई है। सुनीता देवी को बहुत पहले खूंटी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद जमानत पर बाहर आने के बाद ही वह फरार थी।

इसे भी पढ़ें :- झारखंड में शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ, हाईकोर्ट ने दिया आदेश

एनआईए ने 4 मार्च, 2020 को खूंटी में मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू) पुलिस स्टेशन में 19 जुलाई, 2019 को दर्ज मानव तस्करी के एक मामले को लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी। खूंटी पुलिस ने एएचटीयू मामले में ही पन्ना लाल महतो को गिरफ्तार किया था।

एनआईए की रिसर्च में पता चला है कि आरोपी पन्ना लाल महतो और उसकी पत्नी सुनीता देवी ने मिलकर दिल्ली की तीन प्लेसमेंट एजेंसियों से बड़े पैमाने पर मानव तस्करी को अंजाम दिया है।

इसे भी पढ़ें :- जिलिंगा में श्रीराम भक्तों को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शरबत और ठंडा पिलाकर किया स्वागत

ये तस्कर झारखंड के गरीब और नाबालिग बच्चों और लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर ले जाते हैं और दिल्ली और आसपास के राज्यों को सौंप देते हैं। वहां उनका शोषण किया जाता है। आरोप है कि आरोपियों ने मानव तस्करी को अंजाम दिया और इससे करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें