Breaking :
||चतरा में चार बदमाश हथियार के साथ गिरफ्तार||‘स्वच्छता ही सेवा, एक तारीख-एक घंटा श्रमदान’ कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा- स्वस्थ समाज के लिए स्वच्छ वातावरण आवश्यक||झारखंड में 6 अक्टूबर तक होगी भारी बारिश, कुछ जिलों के लिए येलो तो कुछ के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी||हेमंत सरकार पर जमकर बरसे बाबूलाल, कहा- भाजपा की सरकार बनी तो छह महीने में भरे जायेंगे सभी रिक्त पद||पलामू: किशोर के साथ अप्राकृतिक दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार, जेल||पलामू: अनियमितता बरतने के आरोप में चार राशन डीलरों के लाइसेंस निलंबित||पूर्वी सिंहभूम बना डेंगू और रांची चिकनगुनिया का हॉटस्पॉट, जानिये किस जिले में अब तक मिले कितने मरीज||जड़ से खत्म कर दिया जायेगा झारखंड से नक्सलवाद : राज्यपाल||लातेहार: स्कूलों में शिक्षकों की कमी के खिलाफ मनिका में छात्रों व अभिभावकों ने किया प्रदर्शन||झारखंड में 15 सीओ की ट्रांसफर-पोस्टिंग, अधिसूचना जारी
Monday, October 2, 2023
झारखंड

कुख्यात मानव तस्कर महिला ने किया सरेंडर, एक लाख था इनाम

रांची : कुख्यात मानव तस्कर पन्ना लाल महतो की पत्नी सुनीता देवी ने सोमवार को एनआईए अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट ने सरेंडर करने के बाद उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया।

सुनीता को एनआईए ने वांछित घोषित किया था। उस पर एक लाख का इनाम रखा था। राज्य में यह पहला मौका है जब मानव तस्कर के लिए ईनाम की घोषणा की गई है। सुनीता देवी को बहुत पहले खूंटी से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद जमानत पर बाहर आने के बाद ही वह फरार थी।

इसे भी पढ़ें :- झारखंड में शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता साफ, हाईकोर्ट ने दिया आदेश

एनआईए ने 4 मार्च, 2020 को खूंटी में मानव तस्करी रोधी इकाई (एएचटीयू) पुलिस स्टेशन में 19 जुलाई, 2019 को दर्ज मानव तस्करी के एक मामले को लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी। खूंटी पुलिस ने एएचटीयू मामले में ही पन्ना लाल महतो को गिरफ्तार किया था।

एनआईए की रिसर्च में पता चला है कि आरोपी पन्ना लाल महतो और उसकी पत्नी सुनीता देवी ने मिलकर दिल्ली की तीन प्लेसमेंट एजेंसियों से बड़े पैमाने पर मानव तस्करी को अंजाम दिया है।

इसे भी पढ़ें :- जिलिंगा में श्रीराम भक्तों को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने शरबत और ठंडा पिलाकर किया स्वागत

ये तस्कर झारखंड के गरीब और नाबालिग बच्चों और लड़कियों को नौकरी दिलाने के नाम पर ले जाते हैं और दिल्ली और आसपास के राज्यों को सौंप देते हैं। वहां उनका शोषण किया जाता है। आरोप है कि आरोपियों ने मानव तस्करी को अंजाम दिया और इससे करीब 100 करोड़ रुपये की संपत्ति अर्जित की।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरें देखने के लिए यहाँ क्लिक करें