नागपुरी फ़िल्म दहलीज़ हुई रिलीज़, लाजवाब है झारखण्ड में बनी यह फ़िल्म
नागपुरी फ़िल्म दहलीज़ का रिव्यू
नागपुरी फ़िल्म दहलीज़ आज झारखंड, छत्तीसगढ़ और ओड़िशा के थियेटरों में रिलीज हो गई है। यह फ़िल्म पूरी तरह से झारखण्ड से जुडी हुई है। इसके सभी कलाकार झारखण्ड के हैं। यही नहीं , पूरी फ़िल्म की शूटिंग भी झारखण्ड में ही हुई है।
फिल्म दहलीज़ की कहानी

दहलीज झारखंड की ही एक आम लड़की की कहानी है। फ़िल्म में उस लड़की का नाम रानी है। रानी पढ़ने में तेज है। लेकिन बचपन में ही वह अपनी मां को खो देती है , तब से रानी की दिमागी हालत सही नहीं रहती। अपनी सौतेली मां को वो अपनी मां की मौत का कारण मानती है और उससे नफरत करती है। रानी के जीवन में पवन की एंट्री होती है और असली कहानी शुरू होती हैं। पवन और रानी के बीच प्यार हो जाता है। लेकिन रानी के जीवन में संघर्ष है । प्यार और संघर्ष को निर्देशक पुरुषोत्तम ने बखूबी पर्दे पर दिखाया है। कहानी अंत तक आपको पकड़े रखने में सक्षम होती है।
फ़िल्म का निष्कर्ष

बॉलीवुड की फिल्मों की तुलना में यह फ़िल्म कमजोर नजर नहीं आती। कैमरा, संगीत, बैकग्राउंड म्यूजिक दर्शकों को फ़िल्म से जोड़े रखती है। फ़िल्म में सभी ने अपना किरदार बखूबी निभाया है। आयुषी भद्रा का किरदार फिल्म खत्म होने के बाद भी आपके साथ रह जाता है। रौशन, सुकंठ, शंकर, प्रिया, शीतल और छोटी बच्ची के किरदार में आरूषी झा ने शानदार अभिनय किया है । सभी अभिनेता शुभकामना के पात्र हैं।

फ़िल्म का संगीत , निर्देशन और अभिनय आपको निराश नहीं करेगा। कुल मिलकर नागपुरी भाषा की यह फ़िल्म आपको एक बार देखनी चाहिए। ऐसी फिल्मों से नागपुरी भाषा को बढ़ाव मिलेगा। इसके बाद और भी फ़िल्में इस भाषा में बनाई जा सकेंगी।
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नागपुरी फ़िल्म दहलीज़