Breaking :
||धनबाद रेल मंडल में बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोग ज़िंदा जले, दो लातेहार व दो सतबरवा के सगे भाई शामिल||लातेहार: मनिका इलाके से TSPC के छह उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार||यात्रीगण कृपया ध्यान दें! बीडीएम सवारी गाड़ी के परिचालन पर फिर लगी रोक, 29 मई से शुरू होना था परिचालन, अब इस..||चतरा: TSPC के एरिया कमांडर समेत तीन उग्रवादी गिरफ्तार, विदेशी हथियार बरामद||पलामू: TSPC सुप्रीमो की पत्नी को लेवी के पैसे पहुंचाने जा रहे दो उग्रवादी गिरफ्तार||लातेहार: माओवादियों ने पुल निर्माण स्थल पर मचाया उत्पात, एक पोकलेन और चार ट्रैक्टरों में लगा दी आग||पलामू: बैंक में पैसा जमा करने जा रहे युवक से बदमाशों ने लूट लिये 63 हजार||पलामू: प्रेम प्रसंग में नाबालिग छात्रा हुई गर्भवती, गर्भपात की दवा खाने पर बिगड़ी हालत||आशुतोष कुमार लातेहार और बबलू कुमार बने चंदवा के थाना प्रभारी||पलामू में आर्केस्ट्रा के दौरान जमकर मारपीट, उप मुखिया ने भाजपा नेता सहित चार को दांतों से काटकर किया घायल

झारखंड में 7 जनवरी से शुरू होगी लातेहार समेत 12 जिलों में RT-PCR लैब के साथ कोरोना की जांच

रांची : राज्य के 12 जिलों में स्थापित आरटी-पीसीआर लैब में सात जनवरी से कोरोना की जांच शुरू होगी. स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना के नए वैरिएंट बीएफ-7 से निपटने के लिए संबंधित सिविल सर्जनों को इन जिलों में आरटी-पीसीआर जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

अभी तक इन जिलों के सैंपल अन्य जिलों के मेडिकल कॉलेज या सदर अस्पताल में जांच के लिए भेजे जाते थे, जहां पहले लैब स्थापित हो चुकी थी। जिन जिलों में 7 जनवरी से जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं उनमें गढ़वा, गिरिडीह, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, जामताड़ा, पाकुड़, कोडरमा, खूंटी, रामगढ़, सिमडेगा और सरायकेला-खरसावां शामिल हैं।

इमरजेंसी कोविड रिस्पांस पैकेज-2 के तहत केंद्र से मिले फंड से इन जिलों में आरटी-पीसीआर लैब स्थापित की गयी हैं। प्रत्येक लैब की स्थापना पर 30-30 लाख रुपए खर्च किये गये हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 26 दिसंबर को कोरोना को लेकर उच्च स्तरीय बैठक में इन जिलों में जल्द जांच शुरू करने के निर्देश दिये थे।

इस निर्देश के आलोक में स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव सह अपर अभियान निदेशक विद्यानन्द शर्मा पंकज ने इन 12 जिलों के सिविल सर्जनों को पत्र भेजकर कहा है कि देश में कोरोना का नया वैरिएंट बीएफ-7 आने से पहले ही राज्य के सभी जिलों में आरटी-पीसीआर जांच बेहद जरूरी है, ताकि ओपीडी में आने वाले संदिग्ध मरीजों की जांच की जा सके और समय पर संक्रमित की पहचान की जा सके।