Breaking :
||नियोजन नीति को लेकर जमकर बवाल, विधानसभा मार्च पर निकले छात्रों पर पुलिस ने बरसायी लाठियां, दागे आंसू गैस के गोले||लातेहार: बालूमाथ में रेलवे ट्रैक से संदिग्ध हालत में मिला युवक का शव, हत्या या आत्महत्या जांच में जुटी पुलिस||जल संरक्षण और स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य के लिए मुखिया, पंचायत समिति व वार्ड सदस्य समेत चार को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित||लातेहार: बालूमाथ के मंदिरों में चोरी करने वाले चोर गिरोह का भंडाफोड़, व्यवसायी समेत दो चोर गिरफ्तार||पलामू: TSPC के उग्रवादियों ने ईंट भट्ठे पर खड़े पांच ट्रैक्टरों को फूंका||लातेहार: पांच लाख के इनामी TSPC सबजोनल कमांडर रोशन जी ने किया सरेंडर, पुलिस पदाधिकारियों ने किया स्वागत||लातेहार: 10 लाख का इनामी भाकपा माओवादी जोनल कमांडर चंदन सिंह खरवार गिरफ्तार, दो इंसास रायफल, ज़िंदा गोली व लोडेड मैगजीन बरामद||लातेहार: रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट से लौट रहे तेज रफ़्तार हाइवा की चपेट में आने से पत्नी की मौत, पति घायल||झारखंड: राज्य के 57 रेलवे स्टेशनों पर एयरपोर्ट जैसी मिलेंगी सुविधायें, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- राज्य सरकार करे सहयोग तो तय समय पर पूर्ण होंगी योजनायें||लातेहार: अफीम तस्करों के खिलाफ चंदवा पुलिस को मिली बड़ी सफलता, ट्रेलर ट्रक से 10 टन अफीम डोडा बरामद, अनुमानित कीमत 60 लाख

मुख्यमंत्री ने लातेहार के कार्यपालक अभियंता पर अभियोजन चलाने की दी स्वीकृति

मनरेगा में अवैध तरीके से राशि निकासी और वित्तीय अनियमितता से जुड़ा है मामला

रांची : मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने रविवार को लातेहार के मनरेगा योजना में वित्तीय अनियमितता के आरोपित पदाधिकारी तत्कालीन कार्यपालक अभियंता (एनआरईपी) कृष्ण बिहारी राम के विरुद्ध अभियोजन चलाने के प्रस्ताव पर स्वीकृति प्रदान कर दी है। उनके विरुद्ध लातेहार जिले के मनिका थाना में 12 अगस्त, 2010 को प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी।

क्या है पूरा मामला

लातेहार जिले के मनिका थाना में 12 अगस्त, 2010 को दर्ज प्राथमिकी के अनुसंधान के क्रम में कृष्ण बिहारी राम, तत्कालीन कार्यपालक अभियंता द्वारा महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना 162/ 2007-08 की प्राकल्लित राशि में अवैध तरीके से राशि की निकासी की गयी। ऐसे में अभियुक्तों पर सरकारी पद का दुरुपयोग, आपराधिक षड्यंत्र, धोखाधड़ी और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए सुनियोजित ढंग से साजिश के तहत वित्तीय अनियमितता करते हुए सरकारी राशि गबन करने का आरोप गठित है।

इस मामले में वादी श्रवण साय, परियोजना पदाधिकारी, लातेहार के आवेदन, औपचारिक प्राथमिकी, केस दैनिकी, गवाहों के बयान और पर्यवेक्षण टिप्पणी आलोक में प्राथमिक अभियुक्त के खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत अभियोजन स्वीकृति का मामला बनता है।

मुख्यमंत्री कार्यपालक अभियंता अभियोजन