Breaking :
||झारखंड में डॉक्टर से मारपीट करने वाले आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद डॉक्टरों की राज्यव्यापी हड़ताल खत्म, ओपीडी सेवाएं बहाल||झारखंड के 28 जजों को जिला जज के पद पर प्रोन्नति||अब झारखंड में सचिव 2.50 करोड़ और मंत्री 15 करोड़ तक की नयी योजनाओं की देंगे मंजूरी||पलामू: खड़े हाइवा से टकरायी बाइक, एक सवार की मौत, दूसरा घायल||नेतरहाट घूमने जा रहे पर्यटकों से भरी कार पलटी, एक की मौत, तीन घायल||लोहरदगा डीसी की पत्नी और जवान सड़क हादसे में घायल, रिम्स रेफर||लातेहार: JJMP के सबजोनल कमांडर कमलेश सिंह ने किया सरेंडर, साथियों से भी की सरेंडर करने की अपील||डॉ. कमलेश उरांव पर जानलेवा हमले के विरोध में झारखंड में कल से डॉक्टरों की हड़ताल, सरकारी और निजी अस्पतालों में कार्य बहिष्कार||लातेहार: बालूमाथ-हेरहंज-पांकी सड़क निर्माण के गुणवत्ता की खुलने लगी पोल, सड़क गड्ढे में तब्दील, बड़े हादसे को दे रही दावत||झारखंड में 23 सितंबर तक राजधानी रांची समेत राज्य के सभी हिस्सों में होगी बारिश
Saturday, September 23, 2023
BIG BREAKING - बड़ी खबरधार्मिक

15 अक्टूबर से शुरू होगा शारदीय नवरात्र, हाथी पर सवार होकर आयेंगी मां दुर्गा

Shardiya Navratri 2023 start

रांची : इस साल शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है। नवरात्रि के दौरान झारखंड में कई जगहों पर आकर्षक पूजा पंडाल बनाये जाते हैं। कई पूजा पंडालों में काम शुरू भी हो गया है।

इस बार मां दुर्गा का आगमन हाथी पर हो रहा है। यह बहुत ही शुभ है। वर्षा और कृषि के लिए उत्तम है। जबकि 23 अक्टूबर को माता का गमन भैंसा पर हो रहा है। यह शुभ नहीं है। 23 को श्रवण नक्षत्र होने से इसी दिन माता का गमन होगा।

पंडित मनोज पांडेय ने सोमवार को बताया कि शशिसूर्ये गजारूढा शनिभीमे तुरंगमे। गुरौ शुक्रे दोलायां बुधे नौका प्रकीर्तिता। इस श्लोक का अर्थ है कि रविवार और सोमवार को प्रथम पूजा यानी कलश स्थापना होने पर मां दुर्गा हाथी पर आती हैं। शनि और मंगलवार को कलश स्थापना होने पर माता घोड़े पर आती हैं। इस साल की नवरात्रि 15 अक्टूबर रविवार से शुरू होगी और 23 अक्टूबर सोमवार को इसका समापन होगा। 24 अक्टूबर मंगलवार को दशहरा विजयादशमी मनायी जायेगी। 15 अक्टूबर अश्विन माह में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होगी। शारदीय नवरात्रि जो पूरे नौ दिनों की होगी।

उन्होंने बताया कि देवी पुराण के अनुसार यदि नवरात्रि सोमवार और रविवार को शुरू होती है ,तो मां दुर्गा का वाहन हाथी पर होता है, जो अधिक वर्षा के संकेत देता है। मंगलवार और शनिवार से नवरात्रि की शुरुआत होने पर मां घोड़े पर सवार होकर आती है, जो सत्ता परिवर्तन का संकेत देता है। गुरुवार और शुक्रवार से नवरात्रि शुरू होने पर मां दुर्गा डोली में बैठकर आती है, जो रक्तपात, तांडव जन-धन की हानि का संकेत देता है। उन्होंने बताया कि बुधवार के दिन से नवरात्रि की शुरुआत शुभ मानी जाती है। इसमें मां नाव पर सवार होकर आती है।

उन्होंने बताया कि नवरात्रि का समापन रविवार और सोमवार के दिन हो तो मां दुर्गा भैंस पर सवार होकर जाती है। यह सवारी देश में शोक और रोग बढ़ाती है। शनिवार और मंगलवार को नवरात्रि का समापन हो तो मां दुर्गा मुर्गा पर सवार होकर जाती है। मुर्गा की सवारी दुख और कष्ट बढ़ाने वाली है। बुधवार और शुक्रवार को नवरात्रि का समापन होने पर मां हाथी पर सवार होकर प्रस्थान करती है, जो अधिक वर्षा का संकेत देता है। इसका समापन गुरुवार को हो तो मां दुर्गा मनुष्य के ऊपर सवार होकर जाती है। जो सुख और शांति बढ़ाने वाला होता है।

Shardiya Navratri 2023 start