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पलामू के मुरुमातु में हुई घटना राज्य के माथे पर धब्बा, तुष्टिकरण की नीति पर चल रही सरकार

रांची : भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने पलामू जिले के मुरुमातु गांव मामले में राज्य सरकार से सख्ती दिखाने की मांग की है। आज पार्टी कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि पलामू के पांडु प्रखंड के मुरुमातु में हुई घटना राज्य के माथे पर धब्बा है। वहां 50 महादलित परिवारों को एक खास समुदाय के लोगों ने जबरन खाली कराया।

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179 वर्षों से उस भूमि पर महादलितों के पूर्वज का था निवास

उस भूमि पर 179 वर्षों से महादलितों के पूर्वज निवास कर रहे थे। उनके बच्चों का अपहरण कर छतरपुर के घने जंगलों में फेंक दिया गया था। इसके बाद जब महादलित परिवारों के लोग बच्चों की तलाश करने गए तो रातों-रात जेसीबी लगाकर उनके घरों को तोड़ दिया गया। एक मंदिर भी तोड़ा गया।

मुरुमातु की घटना में शामिल लोगों पर हो मुकदमा दर्ज

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि स्थानीय कांग्रेस नेता और प्रमुख इबरार अहमद इस घटना के प्रमुख हैं। राज्य सरकार को इस घटना में शामिल समाज विशेष के सभी पुरुषों और महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज करना चाहिए और कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ प्रदेश महासचिव बालमुकुंद सहाय व अन्य भी मौजूद थे।

बेघर हुए महादलित परिवारों को आवासीय सुविधा दे सरकार

दीपक प्रकाश ने मांग की कि कांग्रेस नेता इबरार अहमद के कारण बेघर हुए महादलित समाज के परिवारों को पीएम आवास, अंबेडकर आवास योजना के तहत उनकी पुश्तैनी जमीन पर आवासीय सुविधा दी जाए। फिलहाल वे किसी तरह पुराने थाने की इमारत के एक छोटे से कमरे में रह रहे हैं। इन आर्थिक, सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े परिवारों के लिए भी रोजगार की विशेष व्यवस्था की जानी चाहिए। जिला प्रशासन महादलित परिवारों का नया आधार कार्ड पांडु की जगह नए पते से बना रहा है। यह धोखाधड़ी है। सरकार को इसे रोकना चाहिए, इसकी मंशा ठीक नहीं है।

सरकार तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है

दीपक प्रकाश ने आरोप लगाया कि सरकार संताल से लेकर पलामू तक तुष्टिकरण की नीति पर चल रही है। लालच दिखाकर, जबरदस्ती, लव जिहाद के जरिए साजिश की जा रही है। पांडु में महादलितों के मकान गिराने का मामला हो, दुमका की बेटी की हत्या का मामला हो, लोहरदगा का मामला हो, सबके पीछे साजिश है। इन सभी घटनाओं के पीछे पीएफआई और अन्य संदिग्ध संगठनों से जुड़े लोगों का हाथ नजर आ रहा है। एक ईमानदार पुलिस अधिकारी ने तो यहां तक ​​कह दिया था कि प्रदेश में स्लीपर सेल चल रही है। सरकार को बांग्लादेशी घुसपैठियों को रोकना चाहिए। आंतरिक सुरक्षा खतरे में है। रायपुर में सरकार बचाने की कोशिश कर रही है सरकार, जनता पस्त है। कानून व्यवस्था को लेकर लोगों में दहशत है।

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देवघर डीसी की भूमिका पर उठाये सवाल

सांसद निशिकांत दुबे, मनोज तिवारी व अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के मुद्दे पर दीपक ने देवघर डीसी की भूमिका पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि जिस तरह से झारखंड की बेटी की दुमका में मौत हुई है, उस पर सांसद और भाजपा नेता कपिल मिश्रा दोनों ही मृतक के परिवार से मिलने गए थे। उन्होंने उन्हें आर्थिक मदद दी। संकट में खड़े होकर नैतिक जिम्मेदारी निभा रहे हैं। लेकिन राज्य सरकार की सत्ताधारी पार्टी और जिला प्रशासन को यह रास नहीं आया। सांसदों और अन्य के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज किए गए। एयरपोर्ट के एक खास इलाके में जबरन घुसने का फर्जी मामला बनाया गया। दरअसल, इस मामले में खुद डीसी की भूमिका संदिग्ध है।