लातेहार: मनिका में पुलिस के खिलाफ सड़क पर उतरे लोग, किया प्रदर्शन, हत्यारों को पुलिसिया संरक्षण देने के खिलाफ प्रतिवाद मार्च
कौशल किशोर पांडेय/मनिका
तेतर भुइयां के हत्यारे पुलिस की पकड़ से बाहर, 15 दिनों के अंदर गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़क जाम
लातेहार : मनिका में ग्राम स्वराज मजदूर संघ, अखिल भारतीय किसान, भाकपा माले और अखिल भारतीय भुइयां समाज कल्याण समिति के तत्वाधान में तेतर भुइयां, रघुनंदन सिंह और नरेश यादव के हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर उच्च विद्यालय मैदान पचफेडी चौक तक प्रतिवाद रैली निकाली और प्रखंड कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया।

मनिका में पुलिस अपराधी गठजोड़ चरम पर
मौके पर मनरेगा वाच सदस्य जेम्स हेरंज ने कहा कि पुलिस अपराधी गठजोड़ चरम पर है जिसकी वजह से अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है। जनता भयपूर्ण वातावरण में जीने को विवश हैं। प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व भाकपा माले के जिला सचिव अजय यादव और अखिल भारतीय भुइयाँ समाज कल्याण समिति के प्रखण्ड अध्यक्ष रामेश्वर भुइयाँ ने संयुक्त रूप से किया।
रघुनंदन सिंह की बेरहमी से हत्या
मौके पर अखिल भारतीय किसान महासभा के धनेश्वर सिंह ने कहा कि जुन्गुर गाँव के रहनेवाले रघुनंदन सिंह की बेरहमी से हत्या 30 जनवरी 2022 की रात को माईल गाँव के सेमरहट टोला में अपराधियों ने कर दी थी, जिसकी प्राथमिकी मनिका थाना कांड संख्या 12/ 2022 है। इस मामले में आज तक पुलिस ने किसी की गिरफ़्तारी नहीं की है।

हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होना काफी चिंतनीय
मौके पर सिकेश्वर राम ने कहा कि मनिका थाना प्रभारी बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। सभी लोगों की बात सुनते है। कोई शिकवा शिकायत नहीं है। लेकिन हत्यारों की गिरफ्तारी नहीं होना काफी चिंतनीय है।
परिजनों को केस वापस लेने की धमकी
वहीं राष्ट्रीय यादव सेना के सतबरवा प्रखण्ड अध्यक्ष अशोक कुमार यादव ने कहा कि नदबेलवा के रहने वाले 41 वर्षीय रामनरेश यादव की 01 सितम्बर 22 को गाँव के पांच लोगों ने मिलकर हत्या कर दी थी। इसकी भी मनिका थाना में प्राथमिकी दर्ज है, जिसका प्राथमिकी संख्या 94/ 22 है और जगतू निवासी तेतर भुइयाँ की 23 अक्टूबर 2022 को उनके अपने घर में गाँव के ही विकास कुमार सिंह ने जमीन विवाद में कुदाल से चेहरे और सिर पर वार कर हत्याकर दी। जिसमें प्राथमिकी दर्ज होने के बावजूद हत्यारों की गिरफ़्तारी नहीं की जा रही है और पीड़ित परिवारों पर उल्टे हत्यारों द्वारा धमकी दी जा रही है कि केस वापस लो अन्यथा अंजाम भुगतने को तैयार रहें।
पुलिस अपराधियों के सामने पूरी तरह बेबस
ग्राम स्वराज मजदूर संघ, मनिका के कमलेश उराँव ने कहा कि इन घटनाओं में अपराधियों की गिरफ़्तारी नहीं होना साफ संकेत देता है कि पुलिस प्रशासन अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठापूर्वक नहीं कर रही है। अपराधियों के सामने वह पूरी तरह बेबस है। जबकि हमारे ऊपर जब किसी तरह का केस या वारंट नहीं होने बाद भी मनिका थाना प्रभारी पिछले वर्ष जुलाई महीने में रात के 12 बजे पकड़ने के लिए सदल-बल पहुँच जाते हैं। पुलिस का यह कदम भेदभाव पूर्ण रवैया को दर्शाता है।

अधिकांश हत्यायें जमीन विवाद से जुड़ी
ग्राम स्वराज मजदूर संगठन के ही श्यामा सिंह ने कहा कि ये हत्याएँ अधिकतर जमीन विवाद से जुड़े हैं, जिसके लिए सीधे सरकार जिम्मेवार है क्योंकि लातेहार जिले में जो भूमि ऑनलाइन दस्तावेज में वृहत पैमाने पर विसंगतियां जानबूझकर साजिशन की गयी है। कई रैयतों के मूल खतियान और ऑनलाइन खतियान आपस में मेल नहीं खाते। कई लोगों के भूमि के रकबा में गलत रकबा दर्ज है और अधिकांश रैयतों का ऑनलाइन रसीद काटा ही नहीं जा रहा है।
पुलिस प्रशासन हाय हाय के लगे नारे
जेरुआ निवासी भूखन सिंह ने कहा कि कानूनी प्रावधानों के बाद भी वन अधिकारों में दावों का निष्पादन नहीं किया जा रहा है। रैली में महिला पुरुष आक्रोश व्यक्त करते हुए हाथों में अपनी माँगों के समर्थन में तख्तियाँ लेकर तथा गगनभेदी नारा लगाकर हत्यारों की अविलम्ब गिरफ्तारी की माँग कर रहे थे। रैली में शामिल लोग तेतर भुइयाँ के हत्यारों को गिरफ्तार करो, पुलिस प्रशासन हाय हाय, थाना प्रभारी होश में आओ समेत कई आक्रोशपूर्ण नारे लगा रहे थे।
मौके पर पचाठी सिंह, दिलीप रजक, लालबिहारी सिंह, भगवती उराँव, राजेश्वर सिंह समेत अनेक लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जगदेव भुइयाँ ने की।