Breaking :
||लातेहार: नियमों की अनदेखी कर बालूमाथ में ग्रामीण सड़क से हो रही कोयले की ढुलाई, सैकड़ों बच्चे स्कूल जाने से वंचित||पलामू: बेटों की कुकर्मों से सामाजिक प्रतिष्ठा दांव पर लगने के कारण अधेड़ दम्पति ने कर ली खुदकुशी||धनबाद जेल में गैंगस्टर अमन सिंह की हत्या के मामले में जेलर निलंबित, दो पिस्तौल बरामद||धनबाद जेल में अमन सिंह की हत्या मामले में हाईकोर्ट ने लिया स्वत: संज्ञान, आईजी को कोर्ट में पेश होने का निर्देश||पलामू: धनबाद जेल में हुई घटना के बाद मेदिनीनगर सेंट्रल जेल में छापा, बंद हैं कई बड़े कुख्यात सरगना||लातेहार: बालूमाथ में शराब की दुकान हैंडओवर लेने पहुंची कंपनी को अंग्रेजी शराब की पेटी में भरी मिली ईंट||रिम्स में इलाज करा रहा कैदी शाकिब पुलिस को चकमा देकर फरार||लातेहार: स्कॉर्पियो व बाइक की टक्कर में घायल दोनों युवकों की रिम्स में इलाज के दौरान मौत||भाजपा प्रदेश कार्यालय में जश्न का माहौल, बाबूलाल मरांडी बोले देश में मोदी की गारंटी||धनबाद जेल में बंद पूर्व मेयर नीरज सिंह हत्याकांड के आरोपी अमन सिंह की गोली मारकर हत्या
Tuesday, December 5, 2023
BIG BREAKING - बड़ी खबरझारखंडरांची

अब झारखंड के प्राथमिक विद्यालयों में कक्षाएं संचालित करने में स्थानीय युवाओं की मदद लेगी सरकार

रांची : झारखंड के 7 हजार प्राथमिक विद्यालयों में कक्षाएं संचालित करने के लिए सरकार स्थानीय युवाओं की मदद लेगी। इन सभी विद्यालयों में एक शिक्षक के आधार पर कक्षा 1 से 5 तक संचालित की जाती है। जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। इससे संबंधित शिक्षा परियोजना ने सभी जिलों के डीईओ और डीएसई को पत्र लिखा है।

रांची की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

पत्र में कहा गया है कि प्रदेश के सात हजार एकल शिक्षक विद्यालयों में विद्यालय प्रबंधन समिति एवं शिक्षित युवाओं का सहयोग लिया जाए। ताकि कक्षा का संचालन बेहतर तरीके से हो सके। इसके लिए स्कूल प्रबंधन समिति जागरूकता अभियान चलाएगी।

यह व्यवस्था पूरी तरह से गैर वित्तीय होगी और स्कूल प्रबंधन समिति के सहयोग से चलाई जाएगी। जिलों को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि उच्च वर्ग के छात्र अपने से नीचे की कक्षा के बच्चों की पढ़ाई में मदद कर सकते हैं। इसके लिए स्कूल स्तर पर छात्रों की सूची तैयार करने को कहा गया है।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

यह संबंधित छात्र की सहमति पर आधारित होगा। ऐसे छात्रों को स्कूल स्तर पर सम्मानित करने और वार्षिक रिपोर्ट कार्ड में इसका उल्लेख करने को कहा गया है। कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को कक्षा छह से आठ तक के छात्र और कक्षा छह से आठ के छात्रों को कक्षा नौ और दस के छात्रों द्वारा सहयोग किया जा सकता है।