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कांग्रेस से निष्कासित नेताओं ने राजेश ठाकुर को हटाकर आदिवासी नेता को की प्रदेश अध्यक्ष बनांने की मांग

रांची : कांग्रेस से निष्कासित नेता आलोक दुबे, लाल किशोर नाथ शाहदेव और डॉ राजेश गुप्ता ने सामूहिक रूप से रविवार को राजकीय अतिथिशाला में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की गणेश परिक्रमा करने वाले नेताओं को बोर्ड निगम में जगह देने की तैयारी है जबकि संगठन को सींचने वाले नेता निष्कासन का दंश झेल रहे हैं।

तीनों नेताओं ने पार्टी के आलाकमान से मांग की कि राजेश ठाकुर को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाकर आदिवासी नेता को प्रदेश अध्यक्ष बनाये, जिनकी अगुवाई में 2024 के चुनाव में पार्टी बेहतर कर सके। नेताओं कहा कि कांग्रेस पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का ढर्रा पुराना रहा है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एआईसीसी की बैठक में जाने से पहले इस्तीफा दिया था। इसके बाद ही वो एआईसीसी की बैठक में शामिल हुए थे। प्रदेश अध्यक्ष को भी राज्यमंत्री का दर्जा मिला है। फिर भी वह प्रदेश अध्यक्ष के पद पर काबिज हैं।

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डॉ राजेश गुप्ता ने कहा कि प्रदेश कमेटी ने एआईसीसी के गठन से पूर्व चार नेताओं को निलंबित कर दिया। हमें विश्वास था कि एआईसीसी में जगह मिलती लेकिन प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने व्यक्तिगत रूप से चिन्हित कर निलंबित किया।

लाल किशोरनाथ शाहदेव ने कहा कि महागठबंधन की सरकार में बोर्ड निगम का गठन होना है और पार्टी के कार्यकर्ताओं को जगह दिया जायेगा। इससे पहले भी 20 सूत्री और 15 सूत्री का गठन किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का भी गठन हुआ और इन तमाम चीजों में विवाद हुए हैं। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश प्रभारी और विधायक दल की नेता की ओर से घोर लापरवाही किया गया। एक बार फिर चर्चा है कि बोर्ड निगम का गठन होगा।