Breaking :
||JOB: झारखंड में सीडीपीओ के 64 पदों पर होगी भर्ती, जानिये डिटेल||लातेहार: पेड़ से गिरकर घायल युवक की रिम्स ले जाते समय रास्ते में मौत||बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि, तस्वीरें||Good News: 12 जून से शुरू होगा बरकाकाना-वाराणसी BDM सवारी गाड़ी का परिचालन||लातेहार: जिले में 10 जून से 15 अक्टूबर तक बालू उठाव पर पूर्ण प्रतिबंध||आदिम जनजातियों के विकास बिना राज्य का विकास संभव नहीं : राज्यपाल||10 दिनों के अंदर झारखंड में प्रवेश करेगा मानसून, भीषण गर्मी से मिलेगी राहत||स्थानीय नीति के विरोध में 10 और 11 जून को झारखंड बंद का आह्वान||गुमला: रांची सेंट जेवियर्स स्कूल के प्रिंसिपल की अनियंत्रित कार ने कई लोगों को रौंदा, तीन महिला समेत चार की मौत, तस्वीरें||पलामू: शीर्ष माओवादी अभिजीत यादव और प्रसाद यादव के ठिकानों पर NIA की छापेमारी

नियोजन नीति को लेकर 10 अप्रैल को छात्र संगठनों का झारखंड बंद

Jharkhand bandh student organizations

रांची : नियोजन नीति को लेकर राज्य के विभिन्न छात्र संगठनों ने 10 अप्रैल को झारखंड बंद का आह्वान किया है। इससे पहले 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे। इस संबंध में निर्णय रविवार को मोरहाबादी स्थित ऑक्सीजन पार्क में आयोजित छात्र संगठनों की बैठक में लिया गया।

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

बैठक के बाद बताया गया कि झारखंड यूथ एशोसिएशन, झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन, आदिवासी-मूलनिवासी सामाजिक संगठन सहित तमाम छात्र संगठन भी मुख्यमंत्री आवास घेराव और झारखंड बंद का समर्थन करेंगे। बैठक के बाद छात्र नेता इमाम सफी ने कहा कि हमारा आंदोलन 60/40 नियोजन नीति के खिलाफ है। हम चाहते हैं कि सरकार इस पर कोई ठोस फैसला ले।

उन्होंने कहा कि हम 8 अप्रैल को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेंगे और 10 अप्रैल को झारखंड बंद करेंगे। ये दोनों आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण और संवैधानिक होंगे। गैर-जिम्मेदाराना बयान देने वाले या आंदोलन में अन्य गतिविधियां करने वाले असामाजिक तत्वों को आंदोलन से बाहर कर दिया जायेगा। साथ ही कहा कि राज्य को बने 22 साल हो गये हैं। इसके बाद भी स्थानीय नीति, नियोजन नीति नहीं बनायी गयी है। अगर कोई पॉलिसी बनी भी थी तो उसे कोर्ट ने रद्द कर दिया था। नीति के कारण भर्ती रुकी हुई है।

सफी ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद से कोई प्रतियोगी परीक्षा नहीं करायी गयी है। जो भी हुआ वो भी विवादों में रहा। झारखंड में बेरोजगारों की फौज तैयार हो गयी है। बेरोजगारी के कारण पलायन और आत्महत्या की संख्या में वृद्धि हुई है। बेबस छात्र आंदोलन को विवश हैं। छात्र लाठीचार्ज और फर्जी केस-मुकदमों के चक्रव्यूह में फंस रहे हैं। झारखंड के युवाओं का भविष्य अंधकारमय है। इस वजह से छात्र झारखंड बंद करने को मजबूर हैं।

बैठक में छात्र नेता मनोज यादव, झारखंड छात्र संघ के देवेंद्र नाथ महतो, युगल भारती आदि मौजूद रहे।

Jharkhand bandh student organizations