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झारखंड के दिग्गज राजनेता डॉ. सबा अहमद का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया दुःख

धनबाद : एकीकृत बिहार में मंत्री रहे झारखंड के दिग्गज राजनेता डॉ. सबा अहमद का शनिवार सुबह निधन हो गया। उन्होंने नई दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल में सुबह पांच बजे अंतिम सांस ली। लंबे समय से बीमार चल रही सबा अहमद को बीते दिनों इलाज के लिए दिल्ली ले जाया गया था। परिजनों के मुताबिक रविवार को उनका पार्थिव शरीर गिरिडीह के पचंबा स्थित उनके आवास लाया जाएगा। यहीं पर शव सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।

मालूम हो कि डॉ. अहमद लंबे समय तक झारखंड-बिहार की राजनीति में सक्रिय रहे। वे भाजपा में विलय तक झारखंड विकास मोर्चा की राजनीति कर रहे थे। जेवीएम के भाजपा में विलय के बाद पार्टी की केंद्रीय अध्यक्ष रहे डॉ. सबा अहमद ने अपने लिए नए राजनीतिक विकल्प तलाशने शुरू कर दिए, लेकिन कोरोना काल में उनके स्वास्थ्य में लगातार गिरावट आती गयी और फिर उन्होंने सक्रिय राजनीति छोड़ दी। अस्पताल में भर्ती होने के बाद से उनके समर्थक लगातार उनके बेहतर स्वास्थ्य की दुआ कर रहे थे।

डॉ. सबा अहमद अविभाजित बिहार के दौरान लालू प्रसाद यादव और फिर राबड़ी देवी की सरकार में मंत्री रहे। वे संयुक्त बिहार में उच्च शिक्षा एवं कारागार मंत्री थे। झारखंड विधानसभा में डिप्टी स्पीकर और कार्यकारी अध्यक्ष की कुर्सी भी संभाला था। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत झामुमो से की थी। उनके पिता डॉ. आई अहमद गिरिडीह से कांग्रेस सांसद रह चुके थे। सबा अहमद ने तीन बार टुंडी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। वह टुंडी जैसी सीट से भी राजद के टिकट पर चुनाव जीते थे।