Breaking :
||लातेहार: घर में घुसकर नाबालिग लड़की से जबरन दुष्कर्म, आरोपी गिरफ्तार||लोहरदगा: माओवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगी जेसीबी मशीन को फूंका, जांच में जुटी पुलिस||पलामू: नाबालिग बनी मां, स्वस्थ्य बच्ची को दिया जन्म, 46 वर्षीय पड़ोसी ने किया था दुष्कर्म||पलामू: जमीन विवाद में कलयुगी बेटे ने की पिता की हत्या, फरार||नाबालिग हिंदू लड़की को अमित बनकर प्रेमजाल में फंसाया, दो बार हुई गर्भवती||लातेहार: नहीं रहे पत्रकार मित्र कौशल किशोर पांडेय, सड़क हादसे में गयी जान||बड़ा रेल हादसा: शालीमार से चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त, 50 यात्रियों की मौत, 350 से अधिक घायल||पलामू: सतबरवा SBI शाखा में महिला से रुपये उड़ाने वाले संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर आयी सामने, सहयोग की अपील||गुमला: मुठभेड़ में मारा गया 2 लाख का इनामी माओवादी एरिया कमांडर लाजिम अंसारी||लातेहार: बालूमाथ में यात्री बस डिवाइडर से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त, महिला समेत दो की मौत

अभिजीत पावर प्लांट में लगी आग, दमकल की मदद से पाया गया काबू

लातेहार : चंदवा प्रखंड की चकला पंचायत के बाना गांव में पिछले कई वर्षों से बंद पड़े अर्धनिर्मित अभिजीत पावर प्लांट परिसर में गुरुवार की दोपहर आग लग गयी। आग बहुत तेजी से फैलने लगी। यहां मौजूद कर्मियों ने तुरंत दमकल विभाग को सूचना दी। लातेहार से दमकल की गाड़ियां आई और आग पर काबू पाया।

जानकारी के अनुसार प्लांट परिसर में नीचे पड़े लोहे को नीलाम कर दिया गया है। स्क्रैपर कंपनी द्वारा स्क्रैप उठाने का काम जारी है। इस कबाड़ को गैस कटर से काटने के लिए चिंगारी से यह आग फैल गई। हालाँकि, यह जल्द ही बुझ गया था।

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

उल्लेखनीय है कि इन दिनों उक्त संयंत्र परिसर में कबाड़ उठाने को लेकर काफी अनियमितता बरती जा रही है। इसको लेकर मुख्य बिजली कर्मचारियों ने भी अपना विरोध जताया है। इसके अलावा स्थानीय विस्थापित रैयतों ने भी कबाड़ उठाने के मुद्दे को लेकर दिल्ली सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। इसके साथ ही यहां चोरी की घटना भी सामने आ रही है। इन सभी कारणों से आग लगने की खबर तेजी से फैली।

आपको बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब प्लांट परिसर में आग लगी हो। प्लांट परिसर स्थित ऑफिस में पहले भी आग लगी थी, जिसमें काफी नुकसान हुआ था। कार्यालय में रखे कई महत्वपूर्ण कागजात व दस्तावेज जलकर नष्ट हो गए। दूसरी बार भी पूरे प्लांट परिसर में भीषण आग लगी, जिससे काफी नुकसान हुआ।