लातेहार: चौकीदार के खाते से 3 लाख रुपये से अधिक की फर्जी निकासी, मोबाइल दुकान संचालक ने फोन बैंकिंग के जरिये की ठगी
रुपेश कुमार अग्रवाल/लातेहार
लातेहार : कहा जाता है कि पुलिस लोगों की सुरक्षा के लिए होती है। पुलिस का काम अपराध और चोरी, डकैती सहित अन्य आपराधिक घटनाओं पर नकेल कसना है। लेकिन अगर पुलिस विभाग में ही कार्यरत कर्मियों के साथ ही धोखाधड़ी हो जाये तो क्या ही कहने।
लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

मानसिक तनाव की दौर से गुजर रहा है पूरा परिवार
दरअसल, ऐसी ही एक घटना लातेहार जिले के गारू थाने में कार्यरत एक चौकीदार के साथ हुई है। गारू थाना क्षेत्र के हेसवा गांव निवासी उदयनाथ सिंह के खाते से तीन लाख रुपये से अधिक की राशि फर्जी तरीके से निकाल ली गयी है। यह राशि गारू में ही संचालित एक मोबाइल दुकान के संचालक हरिनंदन कुमार उर्फ गोलू और गौतम कुमार दोनों भाई के द्वारा फोन बैंकिंग के माध्यम से की गयी है। इस बात का खुलासा बैंक से स्टेटमेंट लेने के बाद हुआ है। जिसके बाद से पूरा परिवार मानसिक तनाव और आर्थिक संकट आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
धोखे में रखकर लगवाया अंगूठा
इधर, इस संबंध में पीड़ित उदयनाथ सिंह ने बताया कि मोबाइल बैंकिंग संचालक हरिनंदन कुमार उर्फ गोलू और उसके भाई गौतम कुमार के द्वारा मेरे खाते से वर्ष 2018 से 2023 तक लगभग दो-दो हजार रुपया कर चार से पांच बार अंगूठा लगवा कर तीन लाख रुपये से अधिक की राशि फर्जी तरीके से निकाली गयी है।
बैंक स्टेटमेंट से हुआ फर्जी निकासी का खुलासा
उसने बताया कि वह मोबाइल बैंकिंग संचालक के पास खाते में पैसे चेक करने और कभी-कभी पैसे निकलवाने के लिए जाता था। लेकिन वह स्लो नेट सहित अन्य बहाने बनाकर कई बार अंगूठे का निशान लगवा लेता था और मेरी जानकारी के बिना मेरे खाते से फर्जी निकासी कर लेता था। जब मैं पैसे चेक करने के लिए बैंक गया तो मुझे फर्जी निकासी के बारे में पता चला। तब पता चला कि लंबे समय से खाते से पैसे निकाले जा रहे थे। पीड़ित उदयनाथ सिंह ने यह भी बताया कि वह ज्यादातर हरिनंदन कुमार उर्फ गोलू की दुकान से पैसों का लेनदेन करता था। इससे साफ है कि इस फोन बैंकिंग के जरिये तीन लाख रुपये से अधिक की फर्जी निकासी की गयी है।
बैंकिंग दुकान की गहनता से हो जांच तो सैकड़ों मामले आ सकते हैं सामने
आपको बता दें कि इससे पहले भी इस फोन बैंकिंग दुकान के संचालक हरिनंदन कुमार उर्फ गोलू और उसके भाई गौतम कुमार ने कई बार ग्रामीणों के खातों से फर्जी निकासी की थी। बाद में मामले का खुलासा होने पर रुपये वापस देकर मामला शांत कराया गया। फोन बैंकिंग ऑपरेटर हरिनंदन प्रसाद उर्फ गोलू और उसके भाई गौतम कुमार द्वारा मासूम आदिवासी ग्रामीणों को बार-बार शिकार बनाया जा रहा है। ग्रामीण अनपढ़ होने के कारण अक्सर ऐसे ठगों के चंगुल में अपनी गाढ़ी कमाई गंवा बैठते हैं। अगर प्रशासन इस फोन बैंकिंग दुकान की गहनता से जांच करे तो ऐसे सैकड़ों मामले सामने आ सकते हैं।
लातेहार चौकीदार से धोखाधड़ी