Breaking :
||धनबाद रेल मंडल में बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आने से छह लोग ज़िंदा जले, दो लातेहार व दो सतबरवा के सगे भाई शामिल||लातेहार: मनिका इलाके से TSPC के छह उग्रवादी हथियार के साथ गिरफ्तार||यात्रीगण कृपया ध्यान दें! बीडीएम सवारी गाड़ी के परिचालन पर फिर लगी रोक, 29 मई से शुरू होना था परिचालन, अब इस..||चतरा: TSPC के एरिया कमांडर समेत तीन उग्रवादी गिरफ्तार, विदेशी हथियार बरामद||पलामू: TSPC सुप्रीमो की पत्नी को लेवी के पैसे पहुंचाने जा रहे दो उग्रवादी गिरफ्तार||लातेहार: माओवादियों ने पुल निर्माण स्थल पर मचाया उत्पात, एक पोकलेन और चार ट्रैक्टरों में लगा दी आग||पलामू: बैंक में पैसा जमा करने जा रहे युवक से बदमाशों ने लूट लिये 63 हजार||पलामू: प्रेम प्रसंग में नाबालिग छात्रा हुई गर्भवती, गर्भपात की दवा खाने पर बिगड़ी हालत||आशुतोष कुमार लातेहार और बबलू कुमार बने चंदवा के थाना प्रभारी||पलामू में आर्केस्ट्रा के दौरान जमकर मारपीट, उप मुखिया ने भाजपा नेता सहित चार को दांतों से काटकर किया घायल

लातेहार: पुलिस व माओवादी के बीच मुठभेड़, बंकर ध्वस्त, सामान बरामद

लातेहार जिला अंतर्गत बूढ़ा पहाड़ में अभियान के दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच सोमवार को मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ सुबह छह बजे से नौ बजे तक चली. इस दौरान पुलिस और नक्सलियों की तरफ से काफी मात्रा में गोली-बारी की गयी. बूढ़ा पहाड़ में हुए मुठभेड़ के गोली की आवाज बूढ़ा पहाड़ से सटे कुजरूम गांव तक सुनायी पड़ी. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने सर्च अभियान चलाया, जिसमें सुरक्षा बलों ने नक्सलियों का एक बंकर ध्वस्त किया गया है. पुलिस ने इस बंकर से काफी मात्रा में नक्सलियों का खाने-पीने का सामान बरामद किया है.

लातेहार की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

लातेहार एसपी ने मुठभेड़ की पुष्टि की

लातेहार एसपी अंजनी अंजन ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि माओवादियों के खिलाफ बूढ़ा पहाड़ को खाली कराने के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान सोमवार को पुलिस को कई सफलता मिली है. पुलिस ने बूढ़ा पहाड़ के इलाके में नक्सलियों द्वारा बनाये गये एक बंकर को ध्वस्त किया है. उन्होंने बताया कि बंकर में काफी मात्रा में सामना रखा हुआ था जिसे पुलिस ने बरामद किया है.

झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर अवस्थित है बूढ़ा पहाड़

झारखंड-छत्तीसगढ़ सीमा पर स्थित बूढ़ा पहाड़ का क्षेत्र 55 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. बूढ़ा पहाड़ झारखंड के लातेहार और गढ़वा तथा छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से सटा क्षेत्र है जो माओवादियों का सुरक्षित ठिकाना रहा है. बूढ़ा पहाड़ को माओवादियों से मुक्त कराना सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती है. माओवादियों ने वर्ष 2013-14 में बूढ़ा पहाड़ को अपना मुख्यालय बनाया था. एक करोड़ के इनामी दिवंगत माओवादी कमांडर अरविंद ने बूढ़ा पहाड़ को अपना मजबूत ठिकाना बनाया था.

झारखण्ड की ताज़ा ख़बरों के लिए यहाँ क्लिक करें

नक्सलियों के चंगुल से मुक्त करने तक बूढ़ा पहाड़ पर अभियान रहेगा जारी

इधर, सुरक्षा बलों ने बूढ़ा पहाड़ को नक्सलियों से मुक्त कराने को लेकर लगातार अभियान चला रही है. इस अभियान के तहत सोमवार को पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब तक नक्सलियों के चंगुल से इसे मुक्त नहीं कराया जाता, तब तक अभियान जारी रहेगा.