झारखंड में नक्सलियों को लगा तगड़ा झटका, केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा दस्ते के दो महिला नक्सली समेत आठ माओवादियों ने किया पुलिस के सामने सरेंडर
रांची : झारखंड में प्रतिबंधित संगठन भाकपा माओवादी को बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा दस्ते के दो महिला नक्सली समेत आठ नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है।
दो महिला नक्सली शामिल
जानकारी के अनुसार महिला नक्सली सरिता सरदार, जयराम सहित आठ हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण नीति से प्रभावित होकर पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है। झारखंड पुलिस मुख्यालय में इस संबंध में आज दोपहर 1:00 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया है। जिसमें सरेंडर किये गये नक्सलियों को सामने लाया जायेगा।

पदाधिकारियों के सामने करेंगे विधिवत सरेंडर
पुलिस मुख्यालय की ओर से बताया गया है कि झारखंड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर भाकपा माओवादी संगठन के केंद्रीय कमेटी सदस्य मिसिर बेसरा दस्ते के आठ माओवादी सदस्यों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। दोपहर एक बजे विधिवत झारखंड पुलिस व सीआरपीएफ के पदाधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण करेंगे।
भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर ने किया था सरेंडर
झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ लगातार सफलता मिल रही है। 1 सप्ताह के अंदर माओवादियों को यह दूसरा बड़ा झटका लगा है। इससे पहले विगत 28 दिसंबर को भाकपा माओवादी के रीजनल कमांडर अमन गंझू ने पुलिस के सामने सरेंडर किया था। अमन गंझू पर सरकार ने 15 लाख के इनाम घोषित कर रखा था। जबकि एनआईए ने उस पर चार लाख का इनाम घोषित कर रखा था।
संगठन में हो रहे भेदभाव से थे नाराज
बताया जाता है कि कोल्हान इलाके में माओवादियों की एक बड़ी बैठक हुई थी। उस बैठक में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ कई तरह के आरोप लगाये गये थे। बैठक में कई नक्सलियों ने एक साथ मिलकर इस आरोप का खंडन भी किया था। लेकिन उनकी बात नहीं मानी गयी। संगठन में हो रहे भेदभाव से नाराज होकर सभी 8 नक्सली मिसिर बेसरा के दस्ता को छोड़कर फरार हो गये। इसके बाद उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया था ताकि आत्मसमर्पण कर सकें।