Breaking :
||JOB: झारखंड में सीडीपीओ के 64 पदों पर होगी भर्ती, जानिये डिटेल||लातेहार: पेड़ से गिरकर घायल युवक की रिम्स ले जाते समय रास्ते में मौत||बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि पर मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि, तस्वीरें||Good News: 12 जून से शुरू होगा बरकाकाना-वाराणसी BDM सवारी गाड़ी का परिचालन||लातेहार: जिले में 10 जून से 15 अक्टूबर तक बालू उठाव पर पूर्ण प्रतिबंध||आदिम जनजातियों के विकास बिना राज्य का विकास संभव नहीं : राज्यपाल||10 दिनों के अंदर झारखंड में प्रवेश करेगा मानसून, भीषण गर्मी से मिलेगी राहत||स्थानीय नीति के विरोध में 10 और 11 जून को झारखंड बंद का आह्वान||गुमला: रांची सेंट जेवियर्स स्कूल के प्रिंसिपल की अनियंत्रित कार ने कई लोगों को रौंदा, तीन महिला समेत चार की मौत, तस्वीरें||पलामू: शीर्ष माओवादी अभिजीत यादव और प्रसाद यादव के ठिकानों पर NIA की छापेमारी

पलामू: मुखिया के देवर ने दो बच्चों की मां से किया दुष्कर्म, पंचायत में मामले को रफा-दफा करने का बनाया दबाव

पलामू : दो बच्चों की मां ने मेदिनीनगर शहर थाना क्षेत्र के कौड़िया पंचायत की मुखिया अंजना सिंह के देवर सत्येंद्र सिंह के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। सबसे बड़ी बात यह है कि तीन दिन तक पंचायत इस मामले को दबाती रही। साथ ही पैसे का लालच देकर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया।

इतना ही नहीं पीड़िता के परिवार को घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था। इसी बीच मौका पाकर महिला व उसका पति शहर थाने पहुंचे और मामला दर्ज कराया।

लातेहार, पलामू और गढ़वा की ताज़ा ख़बरों के लिए व्हाट्सप्प ग्रुप ज्वाइन करें

सदर थाना प्रभारी गौतम कुमार ने बताया कि आवेदन प्राप्त हो गया है। कार्रवाई की जा रही है। आरोपी को जल्द ही न्यायिक हिरासत में भेज दिया जायेगा।

बताया जाता है कि 16 मई की रात मुखिया अंजना के देवर सत्येंद्र सिंह ने महिला के घर का दरवाजा रात करीब साढ़े दस बजे यह कहकर खुलवाया कि उसका पति नशे में है और सड़क पर गिर गया है। इसके बाद उसने उसके साथ दुष्कर्म किया। करीब एक घंटे बाद जब महिला का पति तिलक समारोह से घर पहुंचा तो महिला आपत्तिजनक हालत में मिली।

अगले दिन शाम को गांव के सामुदायिक भवन में पंचायत हुई और लोगों ने उसे मायके जाने की सलाह दी। साथ ही कुछ लोगों ने रुपये लेकर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बनाया। विवाद के चलते पंचायत में कोई फैसला नहीं हो सका। अगले दिन 18 मई की सुबह पुन: पीड़िता के घर पंचायत हुई। आरोपियों ने पीड़ित महिला को किसी भी सूरत में थाने नहीं जाने की धमकी दी। आखिरकार हिम्मत जुटायी और तीसरे दिन थाने पहुंचकर मामला दर्ज कराया।