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लातेहार: झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत के बाद रिम्स में इलाज के दौरान महिला ने भी तोड़ा दम

मुकेश कुमार सिंह/चंदवा

लातेहार : जिले के चंदवा प्रखंड से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां झोलाछाप डॉक्टर के गलत इलाज से जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गयी। मामला चंदवा प्रखंड के लाधूप पंचायत के भरी गांव का है।

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मिली जानकारी के अनुसार भरी गांव निवासी जागेश्वर गंझू की पत्नी रीना देवी 9 महीने की गर्भवती थी। जिसका इलाज झोलाछाप डॉक्टर देनी साव ने किया। इस दौरान उसके बच्चे की मौत गर्भ में ही हो गयी। जिसके बाद से महिला की हालत भी चिंताजनक बनी हुई थी। गर्भवती रीना देवी ने मरने से पहले खुद यह बात बतायी थी।

रीना देवी की चाची सास ने बताया कि हमलोग को बिना बताये रीना देवी ने देनी साव से इलाज कराया था। जिससे उसके 9 माह के बच्चे की पेट में ही मौत हो गयी। गांव की महिला ने किसी तरह पेट से मृत बच्चे को बाहर निकाला। इसके बाद उसे दफनाया गया। इधर, बच्चा होने के बाद रीना देवी की हालत काफी गंभीर नजर आ रही थी।

रीना के पति जागेश्वर गंझू उसकी गंभीर हालत को देखते हुए उसे चंदवा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर आया। उसे देख डॉ. नंद कुमार पांडेय ने लातेहार सदर अस्पताल रेफर कर दिया। सदर अस्पताल में करीब एक सप्ताह तक चले इलाज के बाद रीना की हालत में सुधार नहीं होने पर लातेहार सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी रीना को रिम्स रेफर कर दिया। जहां तीन दिन पहले इलाज के दौरान उसकी भी मौत हो गयी।

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वहीं गलत इलाज के बाद हालत बिगड़ने पर झोलाछाप डॉक्टर देनी साव द्वारा किसी तरह की कोई आर्थिक मदद नहीं की गयी, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गयी।

इधर, जानकारी मिलने के बाद लातेहार सीएस डॉ. दिनेश कुमार ने कहा कि हमारी टीम मृतक के घर जाकर परिजनों से मिलेगी और जांच करेगी। उसके बाद झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जायेगी।